नमस्कार भारत मेरे साथ चैनल में आप सभी दर्शकों का स्वागत है। आज बात करेंगे स्त्री के विषय में। जब किसी स्त्री के बच्चा होता है तो उसको किन किन समस्यों से होकर गुजरना पड़ता है। जब किसी स्त्री के बच्चा साधारण तरीके से घर पर हो जाता तब और यदि किसी के बच्चा सर्जरी से होता है तो उनको कैसी कैसी बीमारियां होती हैं। और बच्चा पैदा होने के समय दाई माँ का होना कितना जरूरी होता है। इन सभी विषयों में आज बात करेंगे हम दाई माँ पुष्प देवी से जो बताती हैं कि उन्होंने किन किन परिस्थितियों से होकर गुजरना पड़ा है और आज वो किसी डॉक्टर से कम नहीं है।
भारत मेरे साथ से सुरभि सप्रू के साथ दाई माँ पुष्पा देवी
प्रश्न:- किसने बनाया पुष्पा देवी को दाई माँ ?
उत्तर: – पुष्पा जी अपने बचपन के विषय में बताती हैं कि इनके माता पिता भूतेश्वर में रहते थे उनकी माँ एक सेठ जी के घर में काम करती थी। लेकिन जब हम लोग छोटे छोटे थे तो खाने पीने के बहुत ज्यादा लालची थे। पर पढ़ने लिखने में बिलकुल भी मन नहीं लगता था। मेरी माँ ने मुझे पढ़ाने के बहुत ही जतन किया मारा भी न पढ़ने कि वजह से पर पढ़ाई नहीं किया। मेरी माँ एक सेठ के घर पर काम करती थी तो उनकी पत्नी सेठानी कहा करती थी कि इसको मारा मत करो मैं इसको कोई डिप्लोमा या कोर्स करवा देंगे माँ कहती थी कि ये पढ़ती नहीं है कोर्स कैसे करेंगे। लेकिन 4 महीने बाद माँ और सेठानी ने जा कर एक सेंटर में मसाज के कोर्स के लिए फीस जमा कर दिया और मैंने 6 महीने लग कर मसाज { मालिश } की पढ़ाई की। फिर इसके बाद कुछ दिन तक सेठानी के घर में माँ के साथ काम करने लगी। और 14 वर्ष की उम्र में शादी हो गयी जब बहु बन कर ससुराल गयी तो पति और ससुराल वालो ने ये काम करने से मना कर दिया की मालिश वाला काम नहीं करना है एक बार ऐसा हुआ की एक बच्चे का हाँथ उखड़ गया तो मैंने उसकी मालिश करके सही कर दिया तो पति ने बहुत मारा की क्यों किया मालिश उसके ? इसके बाद घर पर ही एक बेटे की पलसिया उतर गयी तो मालिश करके मैंने उसे ठीक किया फिर मैंने ये काम करना शुरू कर दिया और तब का समय और आज के समय ऐसा है की मैं हाँथ पकड़ कर उसकी बीमारी बता सकती हूँ।।
प्रश्न:- मसाज का जो कोर्स होता है उसमे क्या क्या सिखाया जाता है ?
उत्तर: – मसाज का जो कोर्स करने में एक विशेषता होती है कि हमारी रीढ़ कि हड्डी है उसमे पूरे 365 नसें होती हैं। और इन नसों में ज्यादातर रीढ़ की हड्डी से काम होता है। और इसकी सभी नसें पेट के अंदर जा रही होती हैं। जो बीमारियां ख़तरनाक से खतरनाक छोटी से छोटी बनेगी वो आपके पेट से बने गी। और यदि आपका पेट सही रहेगा तो आपको कोई भी बीमारी नहीं होती है लेकिन एक बात है डॉक्टर और मालिश करने वालों में डॉक्टर आपको आपके बीमारी के अनुसार दवा देता है पर वहीँ पर हम लोग दवा नहीं देते है मालिश करके पूरे शरीर की उसे बीमारी को ठीक कर देते हैं।
प्रश्न : – गर्भवती स्त्रियों के डिलीवरी साधारण न होकर सर्जरी के माध्यम से होरही है। सर्जरी के नुकसान और फायदे क्या क्या हैं ?
उत्तर: – किसी भी स्त्री के बच्चा साधारण न होकर सर्जरी से हो रहा है तो स्त्री के तीन साल तक रीढ़ कि हड्डी का दर्द नहीं जाता है और आगे भी बच्चे सर्जरी से ही होंगे। और उस स्त्री की जो कमजोरी आये गी सबसे पहले पैरों में इसके बाद पैर के पंजो में जलन बहोत होती है। वो स्त्रियां ऊपर से तो सही लगे गी लेकिन अंदर से उसकी ताकत ख़त्म हो जाती है और यही साधारण बच्चा होता है घर पर स्त्री के तो वो 15 दिन में बिलकुल स्वस्थ हो जाती है उसे किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं होती है।
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नारी शक्ति में एक ऐसी दाई माँ जो स्त्रियों के हाँथ पकड़ कर बता देती है बीमारी ! पुष्पा देवी
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